संतुलित उर्वरकों के उपयोग पर इफ़को द्वारा किसान कार्यशाला/संगोष्ठी का किया गया आयोजन

संतुलित उर्वरकों के उपयोग पर इफ़को द्वारा किसान कार्यशाला/संगोष्ठी का आयोजन गत दिवस जिले की तहसील चाँद के ग्राम ख़मरा में  इफ़को कंपनी के द्वारा किसानों में संतुलित उर्वरकों के उपयोग, नैनो यूरिया, नैनो डी.ए.पी. के उपयोग को बढ़ावा देने के साथ ही मिट्टी की आवश्यकता एवं वैज्ञानिक अनुशंसा के अनुसार संतुलित उर्वरकों के उपयोग पर एक कार्यशाला/किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
       उप संचालक कृषि श्री जितेन्द्र कुमार सिंह द्वारा किसानों से अपील की गई कि किसान
केवल यूरिया, डी.ए.पी. का उपयोग कर फ़सलों को संतुलित उर्वरक नहीं दे रहे हैं, बल्कि किसानों को नाइट्रोजन, फ़ास्फ़ोरस के साथ पोटास उर्वरक का उपयोग भी आवश्यक रूप से करना चाहिये। उद्यानिकी महाविद्यालय के डीन एवं आंचलिक कृषि अनुसंधान केंद्र के सह संचालक डॉ.आर.सी. शर्मा ने कहा कि एनपीके उर्वरक, डी.ए.पी. से बेहतर विकल्प है। इसीलिये किसान डी.ए.पी. के स्थान पर एनपीके उर्वरक (12:32:16 या 20:20:0:13) का उपयोग करें।
       जिला प्रशासन, कृषि विभाग के मैदानी अधिकारियों एवं वैज्ञानिकों के प्रयास से जिले में इस वर्ष एनपीके उर्वरकों का उपयोग ख़रीफ़ सीजन में विगत वर्ष की तुलना में तीन गुना बढ़ा है जो कि अच्छा संकेत है । उप संचालक कृषि श्री सिंह द्वारा किसानों को अपने और अपने परिवार के लिये प्राकृतिक खेती को अपनाने की सलाह दी गई एवं किसानों से अपील की गई कि जिले में जो भी किसानों ने धान एवं सोयाबीन की बोनी किये हैं वह अपनी फ़सल का पंजीयन कराकर  एमएसपी पर विक्रय कर लाभ उठाये। उप संचालक कृषि श्री सिंह ने कहा कि क्षेत्र के किसान हेप्पी सीडर एवं सुपरसीडर का उपयोग कर मक्का फसल निकलने के बाद सीधे गेंहूँ की बोनी करके समय लागत को कम करके फसल अवशेष प्रबंधन करते हुये मिट्टी की उर्वराशक्ति को बढ़ाकर अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया अभी ऑनडिमांड लक्ष्य उपलब्ध हैं, इसमें किसान आवेदन कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं । कार्यक्रम में इफ़को के प्रदेश हेड श्री डी.के.सोलंकी ने बताया कि इफ़को के उर्वरकों की माँग इतनी है कि हम पूर्ति नहीं कर पाते हैं। साथ ही इफ़को के 12:32:16 उर्वरक के साथ ही नैनों यूरिया, नैनों डी.ए.पी., सागरिका सहित अनेक उत्पादों की माँग है, जो फ़सलों के लिये अत्यंत उपयोगी है। किसान इन सभी उत्पादों का उपयोग कर सकते हैं । इफ़को के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री आर.के.मिश्रा द्वारा ड्रोन तकनीक के उपयोग पर चर्चा कर किसानों को उपयोगी जानकारी दी गई । कार्यक्रम को कृषि वैज्ञानिक डॉ.आर.के. झाड़े इफ़को के जिला प्रबंधक श्री सागर पाटीदार द्वारा विस्तृत जानकारी किसानों को दी गई। कार्यक्रम में इफ़को द्वारा श्री जितेन्द्र रघुवंशी के अरहर के खेत में ड्रोन द्वारा नीम ऑयल का छिड़काव का प्रदर्शन कराया गया, जिसे उपस्थित किसानों ने देखा । कार्यक्रम में एसडीओ कृषि श्री नीलकंठ पटवारी, एसएडीओ छिंदवाड़ा श्रीमती श्रध्दा डेहरिया, एसएडीओ चौरई श्री उमेश पाटिल सहित मैदानी अमला एवं बड़ी
संख्या में किसान उपस्थित थे ।

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