राज्यपाल श्री पटेल द्वारा 26 सितम्बर को किया गया शुभारंभ

छिंदवाड़ा जिला स्वच्छता के क्षेत्र में एक मील का पत्थर स्थापित करते हुए "स्वच्छता साथी वॉश ऑन व्हील " योजना शुरू करने वाला राज्य का पहला जिला बन गया है। यह अभिनव पहल ग्रामीण क्षेत्रों में संस्थागत शौचालयों की सफाई के लिए अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग करती है और स्वच्छता को बढ़ावा देने का एक मॉडल उदाहरण प्रस्तुत करती है।
राज्यपाल द्वारा शुभारंभ और सरकारी नेतृत्व- 26 सितंबर 2024 को माननीय राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल द्वारा जिले के ग्राम पंचायत हिंदी से इस योजना का शुभारंभ किया गया। इस पूरे नवाचार की सराहना कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अग्रिम कुमार के नेतृत्व में की गई। इनकी प्रेरणा और उत्साह ने इस योजना को साकार रूप दिया, जिससे छिंदवाड़ा जिला राज्य का पहला जिला बना जो "स्वच्छता साथी वॉश ऑन व्हील" जैसी अनूठी सेवा को लागू कर रहा है।
"स्वच्छता साथी वॉश ऑन व्हील" की आवश्यकता क्यों- ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता कर्मियों की कमी के कारण कई ग्राम पंचायतों के संस्थागत शौचालयों की सफाई नियमित रूप से नहीं हो पाती है। इसका परिणाम शौचालयों की उपेक्षा और टूट-फूट के रूप में देखा जाता है। इस समस्या का समाधान निकालने के लिए छिंदवाड़ा जिला प्रशासन ने "स्वच्छता साथी वॉश ऑन व्हील" जैसी अनूठी योजना की शुरुआत की है। इसका उद्देश्य शौचालयों की सफाई को प्रभावी ढंग से सुनिश्चित करना और उनके उपयोग को बढ़ावा देना है।
उद्देश्य और लक्ष्य- इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित संस्थागत शौचालयों को स्वच्छ और उपयोगी बनाना है। इसका ध्यान स्कूलों, आंगनवाड़ियों, पंचायत भवनों, स्वास्थ्य केंद्रों और छात्रावासों के शौचालयों पर केंद्रित है। इसके माध्यम से व्यक्तिगत शौचालयों के रखरखाव और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाई जाएगी। साथ ही, स्वच्छ भारत मिशन फेज़ 2 के तहत शौचालयों के उपयोग को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे ओडीएफ और ओडीएफ प्लस की निरंतरता बनी रहे।
कार्ययोजना और क्रियान्वयन-
क्लस्टर का गठन - जिले की 11 जनपदों में से प्रत्येक में 3 ग्राम पंचायतों को मिलाकर एक-एक क्लस्टर का गठन किया गया है।
स्वच्छता साथियों का चयन- प्रत्येक क्लस्टर के लिए स्वच्छता साथियों का चयन किया गया है, जिन्हें आधुनिक सफाई उपकरण और सुरक्षा किट प्रदान की गई हैं।
आधुनिक उपकरणों का उपयोग- बैटरी संचालित वॉशर मशीन, हेलमेट, मास्क, पीपीई किट, और स्वच्छता किट जैसे उपकरण प्रदान किए गए हैं। इन उपकरणों की मदद से स्कूल, आंगनवाड़ी, स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वच्छता परिसरों की सफाई की जाएगी।
मासिक सफाई- प्रत्येक संस्थागत शौचालय की सफाई मांग के आधार पर प्रति माह 4 बार की जाएगी।
सुविधा शुल्क क्लस्टर- मुख्यालय से 5 किलोमीटर तक के शौचालयों के लिए 200 रुपये प्रति यूनिट और 5 किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित शौचालयों के लिए 250 रुपये प्रति यूनिट का शुल्क निर्धारित किया गया है।
रोजगार और आर्थिक लाभ- इस योजना से जुड़ने वाले स्वच्छता साथियों को लगभग 20000 रुपये तक की मासिक आमदनी का अवसर मिलेगा। यह नवाचार न केवल स्वच्छता की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देगा, बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा।
राज्यपाल द्वारा शुभारंभ और सरकारी नेतृत्व- 26 सितंबर 2024 को माननीय राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल द्वारा जिले के ग्राम पंचायत छिंदी से इस योजना का शुभारंभ किया गया। इस पूरे नवाचार की सराहना कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अग्रिम कुमार के नेतृत्व में की गई। इनकी प्रेरणा और उत्साह ने इस योजना को साकार रूप दिया, जिससे छिंदवाड़ा जिला राज्य का पहला जिला बना जो "स्वच्छता साथी वॉश ऑन व्हील" जैसी अनूठी सेवा को लागू कर रहा है।
समाज और पर्यावरण पर प्रभाव- यह योजना न केवल शौचालयों की स्वच्छता में सुधार करेगी, बल्कि पर्यावरण को साफ और स्वस्थ रखने में भी मदद करेगी। इसके माध्यम से स्वच्छता के प्रति जागरूकता में वृद्धि होगी और ग्राम पंचायतों के लोग भी अपने व्यक्तिगत शौचालयों की सफाई और देखभाल को बढ़ावा देंगे।
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