प्रदेश में अमानक दवाॅई मामले की उच्चस्तरीय जांच के साथ दोषियों पर हो कडी कार्यवाही-कांग्रेस

file copy

सिवनी, सरकारी अस्पतालों में गुणवत्ताहीन दवाओं की सप्लाई करने के मामले में कांग्रेस पार्टी प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए, प्रदेश की जनता की सेहत से खिलवाड़ करने वाले दवाई सप्लायरों और दोषी अफसरों के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्यवाही करने और उक्त मामले की निष्पक्ष जांच, राज्य के बाहर की किसी उच्च स्तरीय सक्षम ऐजेंसी से जांच की जाना चाहिए।

जिला कांग्रेस प्रवक्ता राजिक अकील ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा स्वास्थ्य जैसी सेवाओं में भ्रष्टाचार किया जाना, प्रदेश की जनता के स्वास्थ्य के साथ धोखा है। एक तरफ तो देश के प्रधानमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टारलेंस की बात करते है वही दूसरी ओर सरकार और मंत्री की मिली भगत से अस्पतालों में अमानक स्तर की दवाईयों की सप्लाई के माध्यम से आमजन के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है पूरे प्रदेश में सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नजर नही आता, प्रदेश की जनता भाजपा सरकार और उनके मंत्रियों की नजर में कोई मायने नहीं रखती।

15 दिन में तीसरी बार अमानक दवाओं के इस्तेमाल पर रोक लगना यह साबित होता है कि भ्रष्टाचार भाजपा सरकार की नस-नस में समाया हुआ है। जनता के लिए चलने वाली योजनाओं में भ्रष्टाचार का साम्राज्य स्थापित करने वाले अब तो प्रदेश की जनता की सेहत से भी खिलवाड़ करने में कोई गुरेज नहीं कर रहें है। सरकारी अस्पतालों में मिलने वाला ओआरएस पाउडर भी खराब क्वालिटी का पाया गया, इसके अलावा कैल्शियम और विटामिन डी 3 की टैबलेट अमानक पाई गई, बैतूल, देवास और धार में दवाओं की लैब टेस्टिंग कराने पर सभी दवाईया फेल पाई गई। लगभग पूरे प्रदेश में सरकारी अस्पतालों में वितरित की गई दवाएॅ अमानक स्तर की है।

लैब टेस्टिंग के बाद प्रदेश के सभी जिलो में इन दवाओं के इस्तेमाल पर रोक का निर्देश भले ही दे दिया गया है पर इतने बडे स्तर पर अमानक दवाई वितरण में सरकारी तंत्र क्या कर रहा था, 9 अगस्त को कई जीवन रक्षक इंजेक्शन सहित कुल 9 दवाओं के लाॅट के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। मध्यप्रदेश पब्लिक हेल्थ काॅपोरेशन ने सभी जिलो के डीन, सीएमएचओ, अस्पताल अधीक्षकों को पत्र जारी कर इन दवाओं के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए है, प्रदेश में संगठित भ्रष्टाचार का इससे बडा उदाहरण और क्या होंगा ?

कांग्रेस पार्टी प्रदेश की आम जनता की सेहत के साथ खिलवाड़ नहीं होने देगी। प्रदेश स्तर पर इतने बडे पैमाने पर अमानक दवाई की सप्लाई बिना सरकार में शामिल लोगों की सहमति के बिना संभव नहीं है। प्रदेश के मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव जी से कांग्रेस मांग करती है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए तुरंत प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को मंत्रीमंडल से बर्खास्त कर प्रदेश की जनता के स्वास्थ्य के साथ किये गए इतने बडे घोटाले की जांच सीबीआई या किसी उच्च स्तरीय जांच ऐजेंसी से करानी चाहिए, ताकि जनता की सेहत से खिलवाड़ करने वाले दोषियों पर कठोर कार्यवाही हो सकें।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ