भोपाल में विधायक और सांसदों की मल्टी स्टोरी बिल्डिंग रचना टॉवर में बुधवार सुबह 12 लाख की लूट हो गई। यहां एक फ्लैट में बने शराब कंपनी के ऑफिस में घुसकर दो बदमाशों ने मैनेजर को कट्टा अड़ाया। फिर रुपयों से भरा बैग ले भागे।
पुलिस ने केस दर्ज बदमाशों की तलाश में शहर की नाकेबंदी कर दी। क्राइम ब्रांच की टीम भी मौके पर पहुंची। सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले। डीसीपी श्रद्धा तिवारी ने कहा कि जल्द आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
पुलिस के मुताबिक, रचना टॉवर में शराब कंपनी का ऑफिस अवैध रूप से चलाया जा रहा है। जिस सीनियर फ्लैट सीनियर MIG 108 में ऑफिस है, वह पूर्व विधायक संतोष साहू का है।
कर्मचारी का नाम लेकर खुलवाया दरवाजा
गोविंदपुरा पुलिस ने बताया बुधवार सुबह करीब 8.30 बजे दो लोग शराब कंपनी के ऑफिस पहुंचे। उन्होंने दरवाजा खटखटाया। दरवाजा नहीं खुला तो शराब कंपनी के कर्मचारी वीरेंद्र गुप्ता के नाम से आवाज लगाई।
इसके बाद 63 वर्षीय मैनेजर श्याम सुंदर जायसवाल ने दरवाजा खोल दिया। बदमाशों ने वीरेंद्र गुप्ता के बारे में पूछा। इस पर श्याम सुंदर ने दोनों को ऑफिस के अंदर बैठा लिया।
बदमाशों ने पीने के लिए पानी मांगा तो श्याम सुंदर किचन की तरफ बढ़े। उनके मुड़ते ही बदमाशों ने कट्टा निकाला और उनकी पीठ पर अड़ा दिया। फिर दफ्तर में रखे कैश के बारे में पूछने लगे। नहीं बताने पर जान से मारने की धमकी दी।
डरे-सहमे मैनेजर ने फ्लैट के फर्स्ट फ्लोर पर रुपए रखे होने की बात कही। बदमाश उन्हें लेकर फर्स्ट फ्लोर पर पहुंचे। यहां रुपयों से भरा बैग उठाया और वापस नीचे आ गए। यहां श्याम सुंदर को धक्का देकर भाग निकले।
3 कर्मचारी सोते रहे, 15 मिनट 23 सेकेंड में वारदात
एसीपी दीपक नायक ने बताया कि जिस वक्त लूट हुई, फ्लैट में मैनेजर श्याम सुंदर सहित चार कर्मचारी थे। श्याम सुंदर गेट खोलने के लिए कमरे में सो रहे दूसरे कर्मचारियों को बताए बिना गए थे। वारदात के दौरान तीन कर्मचारी सो रहे थे।
आरोपी फ्लैट में 15 मिनट 23 सेकेंड रहे। उन्होंने सो रहे युवकों के दोनों रूम को लॉक कर दिया था। वारदात के बाद मैनेजर ने अंदर मौजूद तीनों साथियों को शोर मचाकर जगाया। दोनों लॉक रूम को खोला और आरोपियों की तलाश बिल्डिंग में की। इसके बाद पुलिस को सूचना दी।
कॉलोनी के सीसीटीवी कैमरे दो दिन से बंद
रचना टॉवर में रहने वाले पूर्व बीजेपी विधायक अजीत सिंह ने बताया कि बिल्डिंग के अधिकतर फ्लैट्स ब्रोकर्स के माध्यम से किराए पर दिए गए हैं। कई फ्लैट का कमर्शियल यूज किया जा रहा है। इसकी शिकायतें आवास संघ सहित स्थानीय पुलिस से कई बार की जा चुकी है। न ही पुलिस ने यहां ध्यान दिया और न ही आवास संघ ने। कॉलोनी के सीसीटीवी कैमरे भी दो दिन से बंद है।
डीसीपी ने बताया कि जिम्मेदारों को किराएदारों का वेरिफिकेशन कराने के निर्देश दिए हैं। यह भी चेक किया जा रहा है कि जिस फ्लैट में लूट हुई वहां के किराएदारों का वेरिफिकेशन कराया गया था या नहीं।
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